सभी जानते हैं कि कुतुबुद्दीन की मौत घोड़े से गिरकर हुई थी, लेकिन कैसे? आज हम आपको यही बताएंगे। उन वीर महाराणा प्रताप का 'चेतक' सबको याद है, लेकिन 'शुभ्रक' नहीं! तो दोस्तों आज सुनिए 'शुभ्रक' की कहानी।
कुतुबुद्दीन ऐबक ने राजपूताना में कहर बरपाया, और उदयपुर के 'राजकुंवर करण सिंह' को बंदी बनाकर लाहौर ले गया। कुंवर के पास 'शुभ्रक' नाम का एक वफादार घोड़ा था, जिसे कुतुबुद्दीन ने पसंद किया और उसे साथ ले गया